Details, Fiction and shiv chalisa in hindi
Details, Fiction and shiv chalisa in hindi
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जो यह पाठ करे मन लाई। ता पार होत है शम्भु सहाई॥
पुत्र होन कर इच्छा जोई। निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई॥
पुत्र हीन कर इच्छा कोई। निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई॥
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पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे ॥
भजन: शिव शंकर को जिसने पूजा उसका ही उद्धार हुआ
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नित्त नेम कर प्रातः ही, पाठ करौं चालीसा।
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संकट से मोहि आन उबारो ॥ मात-पिता भ्राता सब होई ।
अंग गौर शिर गंग बहाये। मुण्डमाल तन छार लगाये॥
लै त्रिशूल शत्रुन को मारो। संकट ते मोहि आन उबारो॥
लै त्रिशूल शत्रुन को मारो। संकट ते मोहि आन उबारो॥
जन्म जन्म के पाप नसावे। अन्तवास शिवपुर में पावे॥